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50+बेहतरीन यादें शायरी | Yadein Shayari | Yaad Shayari | Lyricsstar.in

50+बेहतरीन यादें शायरी | Yadein Shayari | Yaad Shayari | Lyricsstar.in


 कोई खुशियों की चाह में रोया
कोई दुखों की पनाह में रोया..
अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का..
कोई भरोसे के लिए रोया..
कोई भरोसा कर के रोया..

मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है,
और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको, हुमारा ये पेघाम हैं,
“वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”

छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर

तू चाँद मे सितारा होता
आसमान के एक आशियाना में
एक आशियाना हमारा होता
लोग तुम्हे दूर से देखते
नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता|

शायर तो हम है शायरी बना देंगे
आपको शायरी मे क़ैद कर लेंगे|
कभी सूनाओ हमे अपनी आवाज़
आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे.|

तेरा दिल उदास क्यों है?
तेरी आँखों में प्यास क्यों है?
जो छोड़ गया तुझे मझदार में ,
उससे मिलने की आस क्यों है ?
जो दे गया दर्द ज़िन्दगी भर का,
वही तेरे लिए ख़ास क्यों है ??

हर नई सुबह का नया नज़ारा,
ठंडी हवा लेके आई पैगाम हमारा,
जागो,उठो,तैयार हो जाओ,
खुशियो से भरा रहे आज का दिन तुम्हारा.

हमने भी कभी प्यार किया था,
थोड़ा नही बेशुमार किया था,
दिल टूट कर रह गया,
जब उसने कहा, अरे मैने तो मज़ाक किया था…

उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको
खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको
हम तो कुछ भी देने के काबिल नहीं,
देनेवाला हज़ार खुशिया दे आपको!

सुबह का हर पल ज़िंदगी दे आपको
दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको
जहा गम की हवा छू कर भी न गुज़रे
खुदा वो जन्नत से ज़मीन दे आपको

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है..!

किस्मत पर एतबार किसको है
मिल जाय ख़ुशी तो इंकार किसको है
कुछ मेरी मजबूरियां हैं मेरी जान,
वरना जुदाई से प्यार किसको है!

क्यो किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते है अपने भी प्यारे,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है…

आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी
साथ गुज़री वो मुलाकात याद आएगी
पल भर क लिए वक़्त ठहर जाएगा,
जब आपको मेरी कोई बात याद आएगी.

दिल के सागर मे लहरे उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आ कर यू तडपाया ना करो

निकलते है तेरे आशिया के आगे से,सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा

दोस्ती करो BSNL वाली से
प्यार करो IDEA वाली से.
बात करो airtel वाली से.
आँख लड़ाओ vodafone वाली से.
पर दोस्तो
शादी करना बिना मोबाइल वाली से.

सूरज आग उगलता है
सहना धरती को पड़ता है
मोह्हबत निगाहे कराती है
सहेना दिल को पड़ता है…

सूरज आग उगलता है
सहना धरती को पड़ता है
मोह्हबत निगाहे कराती है
सहेना दिल को पड़ता है…

प्यार करने वाले मरते नही मार दिए जाते हैं,
हिंदू कहते हैं मारदो इन्हे,
मुस्लिम कहते हैं दफ़ना दो इन्हे,
पर कोई ये क्यूँ नही कहता की मिला दो इन्हे.. ;(

हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा था किसी ने,तुम ये खुद कहोगे,
न होगे हम तो किसी ने ,तुम ये खुद कहोगे,
मिलेगे बहुत से लेकिन कोई हम सा पागल ना होगा.

ए खुदा मोहूबत भी तूने अजीब चीज बनाए है,
तेरे ही बन्दे तेरी मस्जिद में तेरे ही सामने रोते है,
लेकिन तुजे नहीं किसी और को पानेके लिये…

में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना
आता जाता रहे यहाँ इतना समझा देना !
में उसके गम में शरीक हूँ
पर मेरा गम न उसे बता देना,
जिन्दगी कागज की किश्ती सही,
शक में न बहा देना !

अपनों से दूर है अपनों की तलाश ,
ज़िन्दगी से दूर है ज़िन्दगी की तलाश ,
मैं अपने आप को कभी समझ नहीं पाया ,
कि मैं जी रहा हूँ ज़िन्दगी या हूँ एक जिंदा लाश…..!!

हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने मे,
बहुत मुस्किल होती है अपनो को समझाने मे,
एक पल मे किसी को भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे…

दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है,
भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है,
यु तो वादा किया है किसीसे मुस्कुराने का वरना आँखों में समंदर हम भी रखते है|

गुल को गुलाब बना देते,
गुलाब को कमल बना देते,
जानम तुम हम पर मरते नहीं,
वरना जोधपुर में भी ताजमहल बना देते!

इतनी पीता हू की मदहोश रहता हू.
सब कुछ समझता हू पर खामोश रहता हू
जो लोग करते ह मुझे गिराने की कोशिश
मे अक्सर उन्ही के साथ रहता हू|

जब जब में लेता हूँ साँस तू याद आती है,
मेरी हर एक साँस मे तेरी खुश्बू बस जाती है,
कैसे कहूँ तेरे बिना में ज़िंदा हूँ,
क्यूंकी हर साँस से पहले तेरी खुसबु आती है…

घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली
सारी गली उनकी फिराक मे निकली
इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से
ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली..

गुल गई गुलशन गई, गई होंठो की लाली,
अब तो मेरा पीछा छोड़, तू हो गई बचो वाली

तू चाँद और मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशियाना हमारा होता,
लोग तुम्हे दूर से देखते,
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता..

अपनो को दूर होते देखा ,
सपनो को चूर होते देखा !
अरे लोग कहते हैँ कि फूल कभी रोते नही ,
हमने फूलोँ को भी तन्हाइयोँ मे रोते देखा !

हभ क्योँ गम करेँ
अगर वो हमेँ ना मिले
अरे! गम तो वो करेँ
जिसे हम ना मिले 

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